मुगलसराय के ‘ यूथ डांस स्टूडियो’ द्वारा आयोजित किया गया डांडिया डांस का प्रोग्राम

मुगलसराय के ‘ यूथ डांस स्टूडियो’ द्वारा आयोजित किया गया डांडिया डांस का प्रोग्रा

रिपोर्टर – राहुल मेहानी

???? मानवाधिकार न्यूज़ विशेष रिपोर्ट
???? पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर, उत्तर प्रदेश
????️ दिनांक: 27 जून 2025

कांशी राम आवास ओडवार में युवक पर जानलेवा हमला — तीन आरोपी गिरफ्तार

पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के कांशी राम आवास ओडवार में रहने वाले भगत कुमार, पुत्र राजेंद्र प्रसाद, पर तीन लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया।

घटना उस समय की है जब भगत कुमार अपने कार्य से लौट रहे थे। प्रमोद कुमार (पुत्र मेवा लाल), शिवम सैनी (पुत्र स्व. शंभू माली), और बाबू सोनकर (पुत्र विनोद सोनकर) — इन तीनों ने शराब के नशे में पहले बहस की और फिर मिलकर भगत कुमार की बेरहमी से पिटाई की। साथ ही उनके पास रखे पैसे भी छीन लिए।

घटना की सूचना पर पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।

भगत कुमार को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

मानवाधिकार न्यूज़ प्रशासन से अपेक्षा करता है कि इस गंभीर मामले में कानूनी कार्रवाई शीघ्रता से पूरी की जाए और पीड़ित को न्याय दिलाया जाए।

विशाल भंडारे के साथ सात द्विवसीय रामकथा का हुआ समापनमुगलसराय चन्दौली।अलीनगर थाना क्षेत्र स्थित सहरोई गांव में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्री हनुमान जयंती के पावन शुभ अवसर पर नवयुवक मंगल दल सहरोई के तत्वाधान में सात दिवसीय संगीतमय रामकथा का आयोजन किया गया है। कथा अंतिम दिन पंडित शक्ति तिवारी ने कथा में बताया कि नारायण की कृपा कब किसपर बरस जायेगी उसको कोई नहीं जान पाता जिस प्रकार प्रभु श्रीराम की कृपा हनुमान जी पर हुई, सुग्रीव जी व विभिषण जी पर हुई। निच्छल भाव से युक्त जीवन यापन करने वालो पर कब प्रभु की कृपा हो जायेगी उसको तो वही जान सकते है। चंचल चित जीव सुग्रीव जिस पर रघुनाथ जी की कृपा हुई और विभिषण जी के पूरा राजपाठ ही दे दिया और अपने परम शिष्य हनुमान जी पर अपनी कृपा बरसा कर उन्हे अमरता का वरदान दिया और अष्ट सिद्धियां प्रदान कर दी। शक्ति तिवारी ने बतलाया की जीवन में यदि जीना सीखना है तो रामचरितमानस का चरण, शरण ,ग्रहण करना चाहिए रामचरितमानस हमको जीना सिखाती है भाई भाई के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, माता-पिता के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, पिता और पुत्र के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन से सीखा जा सकता हैऔर उन्होंने बतलाया की मनुष्य का शरीर साधन का धाम है मोक्ष का दरवाजा है और इस सांसारिक भव कुप से बाहर निकालने के लिए केवल और केवल एक नाम ओम, राम, शिव इन्हीं तीन नाम में से एक का जाप करें इसी में हम सब का कल्याण है और उन्होंने बतलाया की भगवान ज्ञान से मिले या ना मिले वैराग्य से मिले या ना मिले लेकिन प्रभु प्रेम से जरूर मिल जाते है।वही कथा के अतिम दिन विशाल भंडारे का आयोजन प्रसाद वितरण किया जिसमें हजारो नर-नारी बूढ़े-जवान बच्चे शामील रहे। इस दौरान राहुल मिश्रा समाजसेवी, अमित मिश्रा, रोहित, पवन, शिशु, विराट, उमेश, महानंद, दिनेश, शुभम, गोलू, तबला वादक अनिल तिवारी निक्कीरशिक, प्रद्युम्न, सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहे।