???? विश्व हिन्दू परिषद – परशुरामपुर खण्ड समिति का गठन संपन्न

दिनांक: 21 जुलाई 2025, सोमवार
???? स्थान: परशुरामपुर खण्ड, पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, चंदौली

आज दिनांक 21 जुलाई 2025 को पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर के परशुरामपुर खण्ड में विश्व हिन्दू परिषद की खण्ड समिति का गठन किया गया। यह आयोजन धर्म, सेवा, संगठन एवं राष्ट्र निर्माण के संकल्प को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।

???? इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के जिला संगठन मंत्री श्री पंकज जी, जिला मंत्री श्री शशि जी, जिला कोषाध्यक्ष श्री योगेश अभ्भी, तथा नगर अध्यक्ष श्री संजय सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में खण्ड समिति के गठन के साथ सभी दायित्वधारियों को उनके कर्तव्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई और राष्ट्रधर्म के लिए समर्पण भाव से कार्य करने का आह्वान किया गया।

✨ घोषित दायित्वधारीगण ✨

पद नाम

खण्ड अध्यक्ष श्री उमेश विश्वकर्मा
खण्ड मंत्री श्री चंदन विश्वकर्मा
सहमंत्री श्री राजेश कुमार शर्मा
बजरंग दल संयोजक श्री प्रमोद विश्वकर्मा
सह संयोजक श्री शेरू कुमार पटेल
गौसेवा प्रमुख श्री आशीष विश्वकर्मा
सत्संग प्रमुख श्री निरंजन विश्वकर्मा
सह सत्संग प्रमुख श्रीमती पदमा देवी
सुरक्षा प्रमुख श्री प्रिंस विश्वकर्मा
मातृशक्ति प्रमुख श्रीमती रीना पासवान
सह प्रमुख श्रीमती सोनी विश्वकर्मा
सह प्रभुता श्रीमती गुड़िया शर्मा
दुर्गा वाहिनी प्रमुख श्रीमती खुशबू जी

कार्यक्रम के समापन पर सभी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में राष्ट्र, धर्म और संगठन के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट करते हुए “भारत माता की जय” और “जय श्री राम” के उद्घोष किए।

रिपोर्ट संजय रस्तोगी

नम आंखों से किया गया मां दुर्गा का विसर्जन
जागरण संवाददाता चहानिया चंदौली
चहनिया क्षेत्र में नवरात्र के दुर्गा पूजा के समाप्ति के बाद चहनिया ,बलुआ, रामोली जुड़ा हरधन ,सोनबरसा मझिलेपुर सैकड़ो गांव के भक्तों ने मां के प्रतिमा को आस्था और उत्साह के साथ विसर्जन किया स्थापित सभी दुर्गा पंडालो में शुक्रवार को वैदिक मंत्र के साथ पुरोहित ने विधि पूर्वक विसर्जन की प्रक्रिया पूरी की विसर्जन करने से पहले मां दुर्गा का पूजा अर्चना किया गया। विसर्जन जुलूस के दौरान मां दुर्गा का विदाई देने के लिए श्रद्धालुओं ने जमकर जयकारा लगाये। जुलूस के दौरान  मां के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी रही वही भक्तगण डीजे वह ढोल नगाड़ों के साथ नाचते गाते मां का जयकारा लगाते हुए अबीर गुलाब के साथ लगा कर मां दुर्गा को विसर्जन किया गया किसी प्रकार के अप्रिय घटना न हो इसको लेकर बलुआ थाना अध्यक्ष अतुल कुमार के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन प्रतिमा विसर्जन यात्रा में विशेष नजर बनाए रखे थे।

छुट्टा पशुओं से हो रही आयेदिन दुर्घटनाएंचहनियां चंदौलीक्षेत्र में इस समय छुट्टा पशुओं का आतंक इतना बढ़ गया है कि यह छुट्टा पशु कस्बा तथा बाजारों में दिन-रात घूमते रहते हैं और नतीजा तब बिगड़ता है जब वह सड़क पर टहलते रहते हैं और दो पहिया व चार पहिया वाहनों से टकरा जाते हैं जिससे छुट्टा पशु और वाहन चालक दोनों घायल हो जाते हैं। इस प्रकार विगत एक माह में अब तक आधा दर्जन लोग छुट्टा पशुओं से टकराकर घायल हो गये और अस्पताल में भर्ती होकर उपचार करा रहे हैं। आधा दर्जन पशु मौत के मुंह में समा गये। इसी प्रकार शनिवार को प्रातः कस्बा में एक छुट्टा गाय पिकअप से टकराकर मर गयी और चालक बचते-बचाते भाग खड़ा हुआ। इस प्रकार इनके आतंक से किसान भी त्रस्त हो चले हैं। जिनकी फसलों को नष्ट कर रहे हैं परंतु इन्हें गौशाला नहीं भेजा जा रहा है। जबकि सरकार द्वारा लाखों रूपये खर्च गौशालाआें का निर्माण करवाया है लेकिन जिम्मेदरान अपने दायित्यों से मुॅह मोड़ भारी दुर्घटना की बाट जोह रहे है। वही लोगों ने इस ओर जिलाधिकारी महोदय का ध्यान आकृष्ट करवाते हुए अविलम्ब छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशाला में भेजवाये जाने की गुहार लगाया है। ताकि फसल व जनहानि दोनो से लोगो को राहत दिलाई जा सके।

???? बड़ा फैसला: जलस्तर बढ़ने के कारण राजघाट पुल बंद, प्रशासन सतर्क ????
मानवाधिकार न्यूज़ | बनारस-चंदौली | 05 अगस्त 2025

आज रात लगभग 9:00 बजे प्रशासन ने बनारस और चंदौली को जोड़ने वाले राजघाट पुल को बंद कर दिया। गंगा नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ने के कारण यह एहतियाती कदम उठाया गया।

सूत्रों के अनुसार, मिर्जापुर या इलाहाबाद (प्रयागराज) के आसपास किसी पीपा पुल के टूटने से उसका मलबा गंगा की तेज धारा के साथ राजघाट पुल की ओर बढ़ रहा था, जिससे टकराव और क्षति की आशंका बढ़ गई थी।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुल को अस्थायी रूप से बंद किया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा सोच-विचार के बाद करीब 1 घंटे के लिए पुल को दोबारा खोला गया, ताकि लोग सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें।

इसके बाद, 10:30 बजे से लेकर रात लगभग 10:45 (पोने 11 बजे) तक पुल को फिर से पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया, क्योंकि गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें, सुरक्षित रहें और आवश्यक जानकारी के लिए केवल आधिकारिक सूत्रों पर ही भरोसा करें।