लक्ष्य – घर घर पेड़ लगाना है 

लक्ष्य – घर घर पेड़ लगाना है ³

हमारे मानवाधिकार न्यूज़ का लक्ष्य है की समाज में होने वाले

त्रुटियों को सही करने का एक प्रयास करना।

पेड़ लगाने से ले कर जल की रक्षा करना सभी सामाजिक कार्य करना हमारा कर्तव्य है।

हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का कहना है की जन्मदिन पर केक काटने के साथ-साथ एक पेड़ अवश्य लगाएं।

एकल विद्यालय फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (RSS) एकल विद्यालय के द्वारा आरोग्य शिविर का आयोजन आज दिनांक 7 सितंबर 2025 को स्थान : ग्राम सभा रमदतपुर के मिनी सचिवालय में आयोजित किया गया जिसमें- सर सुंदरलाल हॉस्पिटल के (BHU), डॉ सच्चिदानंद जी (राष्ट्रीय सहमंत्री), डा0 सुनील कुमार, डा0 रत्ना गुप्ता, डा0 गजेंद्र प्रताप सिंह, डा0 अंकित कुमार,डा0 अंजलि डॉ0 रोमन आदि सहयोगी उपस्थित थे,शिवर का उद्घाटन ग्राम प्रधान श्री रामचंद्र गुप्ता रामदत्तपुर के द्वारा किया गया संच प्रमुख- शिवकुमारसंच अध्यक्ष- संतोष जीएकल विद्यालय आचार्य – आरती देवी, नीरज देवी, ज्योति राय, इंदु कुमारी,आयोजन कर्ता- प्रिंस पाठक (जिला संयोजक बजरंग दल चंदौली)ग्राम समिति से – दयाशंकर भारती, अंकित कुमार, देवनाथ पांडे, मृत्युंजय बालमुकुंद ओमप्रकाश आदि जन उपस्थित थे,कार्यक्रम का उद्देश्य – एकल विद्यालय फाउंडेशन ऑफ इंडिया के मेडिकल कैंप जोकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा संचालित किया जाता है, मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी चिकित्सा शिविरों के माध्यम से उन तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना है, जिसमें सामान्य रोगों के उपचार, जैसे कि बुखार, खांसी, डेंगू, मलेरिया, डायरिया, आदि से संबंधित एवं मातृ व शिशु देखभाल और स्वच्छता पर जोर दिया जा सके इसके साथ ही, यह फाउंडेशन निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करता है और ग्रामीण समुदायों को समग्र स्वास्थ्य और विकास के अवसर उपलब्ध कराता है।मेडिकल कैंप के विशिष्ट उद्देश्य:स्वास्थ्य शिक्षा:लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षित करना।चिकित्सा सेवाएं:विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना, जिसमें मातृ एवं शिशु देखभाल शामिल है।सामान्य बीमारियों का उपचार:सामान्य रोगों के उपचार के लिए दवाइयाँ वितरित करना।पहुँच में सुधार:ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में सुधार करना, जहाँ पहले इन सेवाओं का अभाव होता था।निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य:निवारक स्वास्थ्य सेवाओं और उपचारात्मक चिकित्सा दोनों पर ध्यान केंद्रित करना।

घंटा घड़ियाल की आवाज गूंज उठा मां खखरा का दरवारचहनिया चन्दौली। शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर क्षेत्र स्थित मां खखरा भवानी मटियरा, विशेश्वरपुर मन्दिर पर हजारों श्रद्धालू भक्तगण प्रतिदिन दर्शन पूजन कर मां का आर्शिवाद लेने नही चूकते है। माता की महमा इतना निराला है कि काइेर् भी भक्तगण अपनी सच्ची मन से मुरादे मागता है तो वह अवश्य ही पूर्ण हो जाता जिसे मन में लेकर भक्तों के मन आस्था का केन्द्र बनता जा रहा और धीरे-धीरे लोगे की भीड़ बढ़ती जा रही प्रत्येक वर्ष शारदीय व वांसतिक नवरात्र मेंं भीड़ बढ़ती जा रही है। मां का स्वरूप विशेष रूप से गृहस्थ जीवन में सुख, शांति, और संतान की उन्नति की वरदान वाला माता माना जाता है। मां खाखरा देवी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि की प्राप्ति होती है। मंदिर परिसर में प्रातः काल से ही सैकड़ां भक्तों की भीड़ रही। वहीं उपस्थित आयोजक जितेंद्र यादव, रजनीश यादव, बृजेश यादव, अजय, सतीश, दिलीप, रिंकू, देवेंद्र, आकाश, अभिषेक, सैकड़ां कार्यकर्ता व भक्त उपस्थित थे।

धनतेरस पर झाडुओं की हुयी जमकर ब्रिकीआर्थिक मंदी का दिखा नजाराचहनियॉ चंदौली।धनतेरस के पावन पर्व पर स्थानीय कस्बा व बाजारों में काफी चहल-पहल देखी गयी तथा आर्थिक मंदी के चलते लोगों ने झाड़ूओं की जमकर खरीददारी की तथा जिधर देखे उधर ही दुकानां पर लोग झाड़ूआें की खरीद फरोख्त करते देखे गयें।भगवान धनवन्तरी महाराज की लोगों ने पूजन अर्चन किया तथा अपने सामर्थ्य के अनुसार लोगो ने वर्तन वगैरह तथा लक्ष्मी गणेश की मिट्टियों की खरीददारी कर आस्था की पूर्ति की।इस प्रकार बाजारों तथा कस्बों में देर रात्री तक काफी चहल-पहल देखी गयी मिंदरां में लोगों ने पूजन अर्चन कर मत्था टेका तथा मंगलमय होने की कामना व्यक्त किया। इस प्रकार बलुआ, पपौरा, मोहरगंज, रमौली, मारूफपुर, टाण्डाकला, रामगढ़, कस्बों व बाजारों में धनतेरस पर कफी चहल पहल देखी गयी।