प्रभु श्रीराम की बारात का मंचन देख दर्शक हुए गदगद चहनिया चन्दौली। क्षेत्र स्थित कल्यानपुर सेवा समिति के तत्वाधान में चल रहे रामलीला मंचन के चौथे दिन बृहस्पतिवार रात में शुरुआत में प्रभु श्रीराम की आरती के साथ शुभारम्भ किया गया। धनुष टूटते ही राजा जनक के राजपुरोहित शतानंद जी क आदेशानुसार अयोध्या में खबर भेजवाया गया और वहा से बारात सज-धजकर मिथिला के रवाना हो गई। बारात में दर्जनों घोड़ा, हाथी, ऊट, कई जोड़ बैण्ड बाजा के साथ हजारों बाराती बारात की शोभ बढ़ा रहे थे। जो आक्रषण का केन्द्र बना रहा।गांव वासियों ने जगह-जगह पुष्प की वर्षा व आरती करते नजर आये। बारात में कई झांकियां आक्रषण का केन्द्र बनी रही। भगवान शिव और उनकी गणों की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। बारात पूरे गांव का भ्रमण कर रामलीला स्थल पर पहुचा जहा चारो ओर रीराम के जयकारे व हर-हर महादेव गगनभेदी नारे से गुजांयमान रहा। तत्पश्चात लोगों में महाप्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान अवधेश चौबे व्यास, अरुण कुमार, जयप्रकाश चौबे, मारकंडे पांडे, अशोक कुमार, घनश्याम सिंह, शमशेर सिंह, अजय चौबे, मनोज चौबे, प्रमोद चौबे, राकेश चौबे, केसर यादव, बबलू यादव, अनुज चौबे, त्रिलोक, टुनटुन, हिमांशु, इत्यादि सैकड़ो कार्यकर्ता व भक्त उपस्थित थे।

रिपोर्ट मनोज मिश्रा

लगातार बारिश से गिरा कच्चा मकान गिरा बाल बाल बचे लोगताराजीवनपुर चंदौलीक्षेत्र स्थित सहरोई गांव में लगातार तेज बारिश के कारण शुक्रवार की दोपहर एक कच्चा मकान धराशाई हो गया लेकिन परिवार के लोग बाल बाल बचे कच्चा मकान गिर जाने के कारण परिवार के लोग घर विहीन हो गए इसका नाम दुर्गावती देवी पति शिखारी देवी कुमार एवं शिताबी देवी पति विवेक कुमार का कच्चा मकान भर भरा कर गिर गया जब मकान गिरने लगा तो परिवार के लोग घर के बाहर निकल गए जिससे उनकी जान बाल बाल बच गई परंतु दैविक आपदा के कारण परिवार के लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है उनका गृहस्ती का सामान नष्ट हो गया वहीं सूचना मिलने पर गांव के समाजसेवी राहुल मिश्रा कुछ दबे हुए सामान को ग्रामीणों के मदद से बाहर निकलवाए। पीड़ित परिवार व ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से आवास व आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।

पितृविसर्जन पर लोगो ने अपने पूर्वजों का किया, तर्पण व पिण्डदान
चहनिया चन्दौली।
पितृपक्ष के अंतिम दिन रविवार को श्रद्धालुओं ने मॉ भागीरथी गंगा तट पर बलुआ घाट पर अपने-अपने पितरों को तर्पण कर पिंडदान किया और पितृविर्सजन पर विभिन्न अनुष्ठान व पूजन-अर्चन कर घाटो पर व्यंजन चढ़ाकर तर्पण किया।
रविवार की अल सुबह ही श्रद्धालुओं द्वारा पैदल, वाहनों से लोटा, कुश, परास की पत्ती कर हाथो में लिए गंगा तट पर पहुचने लगे और बाजारां में जौ के आटे, दीया, माचिस, अगरबत्ती, मालफूल की खरीददारी करते घाटों पर पहुच कर अपने- अपने पूर्वजां को श्राद्ध तर्पण और पिंडदान में जुटे रहे जो अरान्ह तक चलता रहा।
इस दौरान गंगा के पानी में तेजी से घटाव के कारण चारो तरफ कीचड़ व मिट्टियों का ढ़ेर से लोग हलकान नजर आये। इस दौरान पुलिस चाक चौकस व्यवस्था करने में जुटी रही। इस दौरान चहनियां वाया बलुआ मार्ग पर मेले का दृश्य हो गया और बाल्मिकी इण्टर कालेज के प्रांगण में वहनो का जमघट लगा रहा पिंडदान व तर्पण का कार्य देर अपरान्ह तक चलता रहा।
इसी क्रम में भूपौली, महुअरकला, टॉण्डा सैफपुर, सहित गंगा तटों पर पिंडदान का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों, सरोवरों पर भी श्रद्धालुओं में पिंडदान कर अपने पूर्वजों का तर्पण किया और सुख समृद्धि की कामना व्यक्त किया।
इस दौरान नाई अपनी-अपनी दुकाने रविवार की अल सुबह लगभग 3बजे से खोलकर लोगों का मुण्डन इत्यादी का कार्य करने में जुटे रहे। जिससे नाई की दुकानों पर लोगो की भीड़े जुटी रही। वही माली भी रविवार की अल सुबह माला फूल लेकर घाटो पर जमें रहे।

घंटा घड़ियाल की आवाज गूंज उठा मां खखरा का दरवारचहनिया चन्दौली। शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर क्षेत्र स्थित मां खखरा भवानी मटियरा, विशेश्वरपुर मन्दिर पर हजारों श्रद्धालू भक्तगण प्रतिदिन दर्शन पूजन कर मां का आर्शिवाद लेने नही चूकते है। माता की महमा इतना निराला है कि काइेर् भी भक्तगण अपनी सच्ची मन से मुरादे मागता है तो वह अवश्य ही पूर्ण हो जाता जिसे मन में लेकर भक्तों के मन आस्था का केन्द्र बनता जा रहा और धीरे-धीरे लोगे की भीड़ बढ़ती जा रही प्रत्येक वर्ष शारदीय व वांसतिक नवरात्र मेंं भीड़ बढ़ती जा रही है। मां का स्वरूप विशेष रूप से गृहस्थ जीवन में सुख, शांति, और संतान की उन्नति की वरदान वाला माता माना जाता है। मां खाखरा देवी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि की प्राप्ति होती है। मंदिर परिसर में प्रातः काल से ही सैकड़ां भक्तों की भीड़ रही। वहीं उपस्थित आयोजक जितेंद्र यादव, रजनीश यादव, बृजेश यादव, अजय, सतीश, दिलीप, रिंकू, देवेंद्र, आकाश, अभिषेक, सैकड़ां कार्यकर्ता व भक्त उपस्थित थे।