सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता 29 कोपीडीडीयू नगर। एमआईआईटी ​शिक्षण संस्थान की ओर से 29 सितंबर को नगर पालिका इंटर कॉलेज में जिलास्तरीय सामान्य ज्ञान, चित्रकला, मेंहदी, निबंध व क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। संस्था के निदेशक जुबेर अहमद ने बताया कि यह प्रतियोगिता पिछले 24 वर्षो लगातार किया जा रहा है। इसमें कक्षा एक से पीजी तक के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर सकते हैं। इच्छुक प्रतिभागी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 26 सितंबर तक संस्था पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। प्रतियोगिता के विजेताओं को आकर्षक उपहार के साथ सम्मानित किया जाएगा।

कई सालों से बॉलीवुड के शान जाने माने गोवर्धन असरानी अपने कई किरदारों में हम सब को हंसाते थे आज हम सब के बीच नहीं रहे हम सब उनकी आत्मा को शांति के लिए प्राथना करते हे भगवान उन्हें चारणो में स्थान दे ॐ शांति

विशाल भंडारे के साथ सात द्विवसीय रामकथा का हुआ समापनमुगलसराय चन्दौली।अलीनगर थाना क्षेत्र स्थित सहरोई गांव में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्री हनुमान जयंती के पावन शुभ अवसर पर नवयुवक मंगल दल सहरोई के तत्वाधान में सात दिवसीय संगीतमय रामकथा का आयोजन किया गया है। कथा अंतिम दिन पंडित शक्ति तिवारी ने कथा में बताया कि नारायण की कृपा कब किसपर बरस जायेगी उसको कोई नहीं जान पाता जिस प्रकार प्रभु श्रीराम की कृपा हनुमान जी पर हुई, सुग्रीव जी व विभिषण जी पर हुई। निच्छल भाव से युक्त जीवन यापन करने वालो पर कब प्रभु की कृपा हो जायेगी उसको तो वही जान सकते है। चंचल चित जीव सुग्रीव जिस पर रघुनाथ जी की कृपा हुई और विभिषण जी के पूरा राजपाठ ही दे दिया और अपने परम शिष्य हनुमान जी पर अपनी कृपा बरसा कर उन्हे अमरता का वरदान दिया और अष्ट सिद्धियां प्रदान कर दी। शक्ति तिवारी ने बतलाया की जीवन में यदि जीना सीखना है तो रामचरितमानस का चरण, शरण ,ग्रहण करना चाहिए रामचरितमानस हमको जीना सिखाती है भाई भाई के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, माता-पिता के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, पिता और पुत्र के प्रति प्रेम कैसा होना चाहिए, यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन से सीखा जा सकता हैऔर उन्होंने बतलाया की मनुष्य का शरीर साधन का धाम है मोक्ष का दरवाजा है और इस सांसारिक भव कुप से बाहर निकालने के लिए केवल और केवल एक नाम ओम, राम, शिव इन्हीं तीन नाम में से एक का जाप करें इसी में हम सब का कल्याण है और उन्होंने बतलाया की भगवान ज्ञान से मिले या ना मिले वैराग्य से मिले या ना मिले लेकिन प्रभु प्रेम से जरूर मिल जाते है।वही कथा के अतिम दिन विशाल भंडारे का आयोजन प्रसाद वितरण किया जिसमें हजारो नर-नारी बूढ़े-जवान बच्चे शामील रहे। इस दौरान राहुल मिश्रा समाजसेवी, अमित मिश्रा, रोहित, पवन, शिशु, विराट, उमेश, महानंद, दिनेश, शुभम, गोलू, तबला वादक अनिल तिवारी निक्कीरशिक, प्रद्युम्न, सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहे।