जिला स्तरीय मेहंदी प्रतियोगिता में एकता भारती जी ने मारी बाज़ीचंदौली, 13 जुलाई:

रिपोर्ट मनीष एवं सुनील

PITA (Public Interest Thinkers Assembly) संस्था द्वारा आयोजित जिला स्तरीय मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन जिला चंदौली के पढ़ाव क्षेत्र में स्थित जयपुरिया स्कूल के एसी हॉल में रविवार को भव्य रूप से संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया।

प्रतियोगिता में
磊 प्रथम पुरस्कार एकता भारती जी को,
賂 द्वितीय पुरस्कार विद्यानि जी को, तथा
雷 तृतीय पुरस्कार करिश्मा पाहवा को प्रदान किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे:
नीना वैश, गार्गी पटेल, आराधना गुप्ता, आकांक्षा झा, सरोज गुप्ता, डॉ. रिद्धि पांडे, तथा तनिष्क से राजेश गुप्ता जी।

PITA संस्था के संस्थापक श्री सतनाम सिंह जी ने कहा:

> “हमारा उद्देश्य है कि कला एवं संस्कृति को बढ़ावा मिले। प्रतिभाओं को मंच देना और उनके हुनर को निखारना हमारा सामाजिक कर्तव्य है।”

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शक और प्रतिभागी शामिल हुए। आयोजन को सभी ने खूब सराहा और इसे कला को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बेहतरीन पहल बताया।

धनुष टूटने का दृश्य देख दर्शक हुए गदगद -शेरवां खखडा गांव में आयोजित श्री राम कथा केतिसरे दिन शुक्रवार की कथा वाचक पंडित मंगलम दीप महाराज कथा में बतलाया कि शिव धनुष टूटते ही चारों तरफ हर-हर महादेव व जय श्रीराम के नारे से पूरा पांडाल सहित गांव गुजायमान हो गया। इस दौरान राजा जनक के सीता स्वयंवर के लिये रखे गये शर्त को जब कोई राजा, देव-दानव-मानव पूरा नही कर पाए तब महाराज जनक निराश हो गये और उन्होने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि यदि मैं यह समझता कि यहां कोई भी वीर पुरूष नही सभी का-पुरूष ही का-पुरूष है। तो मैं अपनी बेटी के लिए एेंसा शर्त नही रखता। स्वयंर देखने के उद्देश्य से पहुचे लक्षमण तुरन्त ही उनको बातों से कुद्ध होकर कहे महाराज जनक रघुवंशियो के समक्ष इस तरह के शब्द बोलने का किसी को कोई अधिकार नही यह धनुष क्या चीज है अगर बड़े भैया का आदेश हो तो मैं पूरी पृथ्वी को गेद तरह उठाकर पटक कई टुकड़े कर दूं। जिस पर गुरू विश्वामित्र व प्रभुराम ने लक्षमण को समझाते हुए शान्त करवाया और महाराज जनक की निराशा को आशा में तब्दील करते हुए शुभ-मुहुर्त में विश्वामित्र के आदेशानुसार प्रभु श्रीराम ने धुनष पर तमंचा चढ़ाने गये और तमंचा चढ़ाते ही वह टूट गया। धनुष के टूटते ही चारो तरफ हर-हर महादेव, व जय श्रीराम के नारे से पूरा गांव सहित पंडाल गुजायमान हो गया। इस दौरान कथा में उपस्थित मंगल मिश्रा, सूर्य बली यादव, चंद्रभूषण त्रिपाठी, वशिष्ठ नरायण त्रिपाठी,बिशाल,मनोहर, अशोक मिश्रा, सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के ओम नगर वार्ड नंबर 9 में छठ पूजा बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इलाके के सैकड़ों श्रद्धालु घाट पर एकत्रित हुए और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया।