सीता राम स्वयंवर देख श्रोता हुए गदगद-चंदौली सकलडीहा विकास खंड क्षेत्र के सहरोई गांव में श्री हनुमान जयंती के पावन अवसर पर नवयुवक मंगल दल सहरोई के तत्वाधान में सात दिवसीय संगीतमय राम कथा का आयोजन किया गया है कथा के चौथे दिन पंडित शक्ति तिवारी कथा में भी बताया की जिस कार्य को दस हजार राजा नहीं कर पाये उस कार्य को श्री रघुनाथ ने करके दिखाये। यह दृश्य देखकर जितने राजा थे सब सकुचा जाते हैं। और लगे खलबली मचाने उसी समय अजगौ धनुष के लिए परशुराम सभा में आ जाते हैं। और सब के सब राजा अपने पिता का नाम बताकर कतार बद्ध खड़े हो गये। और लगे चिखारने की निकाल कर के वापस करो जिसने शिव पिनाक धनुष को खंड-खंड किया। राम कहते हैं महाराज वह आपका कोई दास ही होगा लेकिन परशुराम का क्रोध शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था। तब लक्ष्मण भैया कौतकी करने लगे और अंत में कहना ही पड़ा की महाराज हमें कुंभड की भतिया न समझिएगा जो हाथों की तर्जनी देखकर डर जाये। हम रघुवंशी हैं हम जानते हैं कि जो क्षत्री ब्राह्मण के चरणों में निष्ठा बनाकर रहता है। वह संसार में निर्भर होकर जीता है। परशुराम सोच में पड़ गए कि ब्राह्मण के चरणों में इतनी निष्ठा भगवान को छोड़कर दूसरा कोई हो ही नहीं सकते। परशुराम धनुष की प्रतंचा चढ़वाकर रघुनाथ की परीक्षण किया और तीन बार जय जय कार लगाकर वापस महेंद्र पर्वत पर चले जाते हैं। फिर राजाओं ने राहत की सांस ली और दूतो को अयोध्या भेज कर चक्रवर्ती राजा दशरथ पत्र दिया गया और चक्रवर्ती राजा दशरथ पूरे धूमधाम से बारात लेकर आये। और पंडित शक्ति तिवारी ने बहुत ही खूबसूरत मट फोड की गीत गाते हुए विवाह की मंगल गीत सुनाये। जिसकी सभी श्रोता बंधु भाव विभोर होकर खूब आनंदित हुये। सैकड़ो श्रोताओं का हुजूम लग रहा। वहीं उपस्थित मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रामकिशन यादव। राहुल मिश्रा समाज सेवीक, महानंद मिश्रा, अमित मिश्रा, रोहित, पवन, शिशु, विराट, उमेश, दिनेश, शुभम, गोलू, तबला वादक अनिल तिवारी, निक्की राशिक, प्रदुम्न, सैकड़ो श्रद्धालु उपस्थित रहे।

रिपोर्ट मनोज मिश्रा

आरएसएस शताब्दी वर्ष पर हुआ पथ संचलनचहनिया चंदौलीक्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपनी 100वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा पूर्ण कर शताब्दी वर्ष का शुभारंभ कस्बे के एक कॉन्वेंट स्कूल में उत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों स्वयंसेवकों सहित समाज के प्रमुख जनसमुदाय ने सहभागिता की। आयोजन की शुरुआत ध्वजारोहण, शस्त्र पूजन और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। शिवपूजन जी ने भगवान श्रीराम के चित्र के समक्ष पूजन-अर्चन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। सह कार्यवाह रविन्द्र ने संबोधन में कहा कि राम मंदिर का निर्माण संघ के वर्षों के अथक प्रयासों का परिणाम है। संघ वैदिक और सनातन संस्कृति का प्रतीक है, जो ‘अहिंसा परमो धर्मः’ के मार्ग पर चलता है। संघ चालक रविन्द्र ने उद्बोधन में कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक पर्व है। संघ ने बीते 100 वर्षों में समाज को संगठित कर एक ध्येय पथ पर अग्रसर किया है। आज देश के कोने-कोने में संघ की शाखाएं कार्यरत हैं। हिंदुत्व समन्वय का विचार है, जिसमें बौद्ध, जैन, सिख सभी धर्मों को स्थान प्राप्त है। “रामराज्य और हिंदू राष्ट्र दो नहीं, एक ही उद्देश्य के रूप हैं,” ऐसा कहते हुए उन्होंने राष्ट्रभक्ति, सेवा और अनुशासन के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। वही संघ संचालक ने कहा कि स्वदेशी अपना कर अपने देश को मजबूत किया जा सकता आप सभी से लोग स्वदेशी सामानों का उपयोग व उपभेग करे हमारा देश तरक्की कर सके। कार्यक्रम के उपरांत पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों का पथ बृजनंदनी कॉन्वेंट स्कूल से चहनिया बाजार मार्ग से होते हुए बृजनंदनी कॉन्वेंट स्कूल पर आकर सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में सह खंड कार्यवाहक सुमन, संचालक शिवपूजन तिवारी, विभाग संघ दीपक, संघ चालक रविन्द्र, मुकेश, आशीष, अमरीश, अमरीश सिंह भोला, सूर्यमुनि तिवारी, अमित, चन्दन, इंद्रसेन सहित अनेक स्वयंसेवक संघ के सदस्य उपस्थित रहे।

???? विश्व हिंदू परिषद, जिला चंदौली द्वारा सेवा विषयक विशेष बैठक दिनांक 28.06.25 को सम्पन्न हुई ????
???? स्थान – पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, चंदौली

विश्व हिंदू परिषद, जिला चंदौली द्वारा सेवा कार्यों पर केंद्रित एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस गरिमामयी बैठक में केंद्रीय मंत्री श्री अजय कुमार पारीक जी एवं उत्तर प्रदेश–उत्तराखंड प्रांत के सेवा प्रमुख की विशेष उपस्थिति रही।

????️ बैठक के प्रमुख विषय:

???? धर्मांतरण रोकथाम
???? सेवा बस्तियों में सतत संपर्क व सेवा
???? महिला सशक्तिकरण
???? धार्मिक-सांस्कृतिक जागरूकता

केंद्रीय मंत्री श्री पारीक जी ने विस्तारपूर्वक बताया कि सेवा बस्तियों में मेंहदी, सिलाई, हस्तकला, नैतिक शिक्षा, व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से किस प्रकार सनातन संस्कृति की रक्षा करते हुए समाज को संगठित किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि
“सेवा में समर्पण और संपर्क में आत्मीयता ही धर्मांतरण के प्रयासों का सबसे बड़ा उत्तर है।”

???? बैठक में विशेष उपस्थिति:

???? श्री राधेश्याम द्विवेदी – मंत्री, महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान
???? श्री अवध बिहारी मिश्रा – सह मंत्री
???? श्री बच्चा बाबू, श्री अनिल यादव – सह मंत्रीगण
???? श्री सुरेश सिंह – व्यवस्था प्रमुख
???? आचार्य विशेश्वर मिश्रा, दिवाकर मिश्रा, वीरेंद्र जी
???? श्री शशि मिश्रा – जिला मंत्री, चंदौली
???? श्री संजय रस्तोगी – जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख
???? श्रीमती नीना वैश्य – जिला उपाध्यक्ष
???? श्रीमती आराधना गुप्ता – जिला मातृशक्ति प्रमुख
???? श्री श्रीनिवास दुबे, शिव जायसवाल ‘पप्पू’, घनश्याम गर्ग जी
???? श्री पंकज जी – जिला संगठन मंत्री

✅ संकल्प:

सभी धर्मसेवियों ने सेवा बस्तियों में जाकर धर्म-संस्कार, आत्मीय संवाद और सतत सेवा के माध्यम से धर्मांतरण विरोधी जागरूकता अभियान को गति देने का संकल्प लिया।

???? “धर्म की रक्षा ही राष्ट्र रक्षा है”
???? जय श्री राम ????