रीबॉर्न ट्रस्ट — समाज सेवा और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय उपलब्धि

रिपोर्ट राहुल मेहानी

पं.दीन दयाल उपाध्याय नगर (मुगलसराय)

रीबॉर्न ट्रस्ट — समाज सेवा और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में सराहनीय उपलब्धि

रीबॉर्न ट्रस्ट, उत्तर प्रदेश (संस्थापक: सतनाम सिंह, सोशल एक्टिविस्ट) ने समाज की डिजिटल जागरूकता और जनहित के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

ट्रस्ट के प्रतिनिधि रवनीत सिंह ने वी. वी. गिरी राष्ट्रीय श्रम संस्थान, नोएडा में आयोजित सोशल मीडिया मैनेजमेंट प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस उपलब्धि के साथ रीबॉर्न ट्रस्ट अब सामाजिक कार्यों, जागरूकता अभियानों और जरूरतमंदों तक सूचना पहुंचाने में और अधिक सशक्त होगा।

रीबॉर्न ट्रस्ट समाज के कल्याण और सेवा में प्रतिबद्ध होकर सक्रिय भूमिका निभाता रहेगा।

— रीबॉर्न ट्रस्ट, उत्तर प्रदेश

प्रभु श्रीराम की बारात का मंचन देख दर्शक हुए गदगद चहनिया चन्दौली। क्षेत्र स्थित कल्यानपुर सेवा समिति के तत्वाधान में चल रहे रामलीला मंचन के चौथे दिन बृहस्पतिवार रात में शुरुआत में प्रभु श्रीराम की आरती के साथ शुभारम्भ किया गया। धनुष टूटते ही राजा जनक के राजपुरोहित शतानंद जी क आदेशानुसार अयोध्या में खबर भेजवाया गया और वहा से बारात सज-धजकर मिथिला के रवाना हो गई। बारात में दर्जनों घोड़ा, हाथी, ऊट, कई जोड़ बैण्ड बाजा के साथ हजारों बाराती बारात की शोभ बढ़ा रहे थे। जो आक्रषण का केन्द्र बना रहा।गांव वासियों ने जगह-जगह पुष्प की वर्षा व आरती करते नजर आये। बारात में कई झांकियां आक्रषण का केन्द्र बनी रही। भगवान शिव और उनकी गणों की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। बारात पूरे गांव का भ्रमण कर रामलीला स्थल पर पहुचा जहा चारो ओर रीराम के जयकारे व हर-हर महादेव गगनभेदी नारे से गुजांयमान रहा। तत्पश्चात लोगों में महाप्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान अवधेश चौबे व्यास, अरुण कुमार, जयप्रकाश चौबे, मारकंडे पांडे, अशोक कुमार, घनश्याम सिंह, शमशेर सिंह, अजय चौबे, मनोज चौबे, प्रमोद चौबे, राकेश चौबे, केसर यादव, बबलू यादव, अनुज चौबे, त्रिलोक, टुनटुन, हिमांशु, इत्यादि सैकड़ो कार्यकर्ता व भक्त उपस्थित थे।

मिर्जापुर के कछवां थाना क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी चंद्र प्रकाश पटेल, जो भारतीय सेना के जवान थे, युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर शहीद हो गए। सेना के सूबेदार नरेंद्र सिंह ने बताया कि यह तोप पर कैजुएल्टी का मामला है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर सेना द्वारा आज दोपहर में कछवां लाया जाएगा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार गंगा तट पर किया जाएगा।
चंद्र प्रकाश पटेल का 2010 में भारतीय सेना में पहले प्रयास में चयन हुआ था। वह सेना की 99वीं बटालियन में तैनात थे और इन दिनों राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थे। 22 अक्टूबर को वह घर आए थे, और एक सप्ताह के बाद सेना की ड्यूटी के लिए वापस लौट गए थे।
शहीद के परिवार में मातम, गांव में उमड़ी भीड़ चंद्र प्रकाश के निधन की सूचना मिलते ही गांव में गम का माहौल छा गया। शहीद जवान की पत्नी स्नेहा पटेल और ढाई साल के बेटे अयांश के साथ उनका परिवार गहरे शोक में डूबा हुआ है। परिवार के अन्य सदस्य, विशेष रूप से उनके माता-पिता राजपति और राजनाथ पटेल, जो शहादत की खबर सुनकर विलाप कर रहे थे, इस दुःखद घटना से बुरी तरह प्रभावित हैं।

“सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है!”विकास गुप्ता, राहुल चौहान और सोनी राय — इन तीनों ने जरूरतमंद मरीजों के लिए स्वेच्छा से रक्तदान करके मानवता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।हम आपके इस पुण्य कार्य को नमन करते हैं।

जाम में घंटो फसी रही जनता – महाराष्ट्र
खराड़ी से वागोली के बीच रोड पर लगा भयंकर जाम, गणपति विसर्जन में लगा था जाम ,देर से आई प्रशासन भी नही हटा पाई जाम।
जनता बेहाल और विसर्जन की भीड़ सम्हले नही सम्हल रही थी।