बलुआ की पुलिस टीम ने किया एनकाउंटर

बलुआ की पुलिस टीम ने किया एनकाउंटर

बलुआ पुलिस का गुरुवार के रात में बदमाशों से आमना-सामना हो गया पुलिस के ऊपर बदमाश ने फायर कर दिया जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी बदमाश के ऊपर फायरिंग की जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया ।
घायल अवस्था में पुलिस इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया व पूछताछ किया तो पता चला कि उक्त बदमाश महिला ग्राम प्रधान से 42000/- लूट का मुख्य आरोपी हैं।
प्रभारी निरीक्षक बलुआ विनोद कुमार मिश्रा मय पुलिस बल के टेढ़ी पुलिया पर व उ0 नि0 अभिषेक शुक्ला मय पुलिस बल के साथ बलुआ गंगा नदी पुल पर मौजूद होकर चेकिंग कर रहे थे।
जिसमें चेकिंग के दौरान रात्रि 9 बजे के करीब प्लेटिना मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्ति को रुकने का इसारा किया गया लेकिन रोकने के बजाय स्टंट करते हुए भाग निकला जिसकी सूचना निरीक्षक ने बलुआ पुल पर जांच कर रहे उ0नि0 अभिषेक शुक्ला को दिए ।
सूचना के बाद SI ने पुलिस बल के साथ घेर लिए उक्त मोटरसाइकिल सवार अपने आप को पुलिस बल से घिरता हुआ देखकर बलुआ गंगा नदी पुल से पहले सड़क से नीचे गाड़ी उतर कर भागने लगा जिससे पुलिस उसे पकड़ने के लिए दौड़ी जिस पर उसने पुलिस टीम पर फायर किया । हालांकि ऐसा ही ने पहले से ही बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे जिससे गोली छूते हुए निकल गई पुलिस के जवाबी फायर में अभियुक्त के बाएं पैर में गोली लगी । जिससे अभियुक्त वहीं पर गिर गया और उससे कुछ दूरी पर एक तमंचा व मोटरसाइकिल गिरी मिली ।

संवाददाता -: प्रदीप कुमार शर्मा

बलुआ पुलिस और बदमाश में मुठभेड़

मुठभेड़ में शातिर बदमाश साहिल यादव घायल

शातिर बदमाश के पैर में लगी गोली

बदमाश ने पुलिस पर की फायरिंग

एक उपनिरीक्षक के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी गोली

कब्जे से 315 बोर तमंचा व एक जिंदा कारतूस बरामद

लूट की घटना का मुख्य आरोपी साहिल यादव गिरफ्तार

बीते 1 नवम्बर को बलुआ थाना क्षेत्र के सोनहुला गांव में राइस मिल संचालिका गीता देवी से 50 हजार रुपये की थी लूट

सूचना पर ASP विनय कुमार सिंह व सीओ सकलडीहा राजेश राय सहित अन्य थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।

संवाददाता -: प्रदीप कुमार शर्मा

अली नगर मुगलचक के प्रमुख लिंक रोड पर 5 दिनों से भरा कमर तक पानी, स्कूली बच्चे परेशानअली नगर मुगलचक, जिला चंदौली, 7 अक्टूबर 2025 – जिले में जहाँ एक ओर नेतागण बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, वहीं अली नगर मुगलचक के वार्ड नंबर 3 और 9 को जोड़ने वाली एक प्रमुख सड़क पर विगत 5 दिनों से कमर तक पानी भरा हुआ है। चकिया रोड (आर आर मेमोरियल हॉस्पिटल के सामने) से मुगलचक पानी टंकी होते हुए जीटी रोड तक जाने वाली इस सड़क पर जलभराव से आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।इस मार्ग पर 2 सरकारी स्कूल, 2 प्राइवेट स्कूल, 2 गौशाला, नगर पालिका का स्टोर रूम और एक पानी टंकी स्थित है। स्कूली बच्चों को जूते-मोजे उतारकर पानी में चलकर रोड पार करना पड़ रहा है।स्थानीय निवासियों ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या वे नगर के वासी नहीं हैं? क्या उन्होंने वोट नहीं दिया? क्या नगर चेयरमैन और अन्य जनप्रतिनिधियों को इस समस्या की जानकारी नहीं है?आक्रोशित निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन और चक्का जाम करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि क्या हर समस्या का समाधान केवल जन आंदोलन ही है? क्या चक्का जाम करने पर ही प्रशासन सुनवाई करेगा?स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल जलनिकासी की व्यवस्था करने और स्थायी समाधान की मांग की है।

अधिकारियों के आदेश को मातहत दिखा रहे ठेगा
चहनियां चन्दौली।
क्षेत्र के प्रभुपुर गावं में अराजी नं0 311पर चकरोड बनवाने के लिए पिड़ित वायुनन्दन त्रिपाठी ने उपजिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी के यहा प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाया गया। लेकिन उच्चाधिकारियां के आदेश के बावजूद भी मातहत सचिव व प्रारम्भ कार्य कराना उचित नही समझ रहे है। वही पिड़ित वायुनन्दन ने खण्ड विकास अधिकारी से बार-बार मिलने के पर खण्ड विकास अधिकारी ने दो दिन के अन्दर काम लगवाये जाने का आश्वासन देकर प्रार्थी को शान्त कराया। इस संबंध में तत्कालीन एडीओ पंचायत ने सचिव को कार्य कराने का लिखित आदेश दिया था लेकिन सचिव द्वारा उसे नजर अंदाज करते हुए कार्य कराना उचित नही समझा। ग्राम प्रधान चुनावी रंग में रंग कर आलाधिकारियां के आदेश को ठेगा दिखाते हुए ठंण्डे बस्ते में डाल दिया है। अधिकारियों के आदेश को दो-दिन, चार-दिन करते-करते मातहत सचिव व ग्राम प्रधान दो माह बिता दिए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारियों का आदेश का कितना मातहत पालन करते है। अधिकारियों ढ़ुलमुल रवैया पूर्ण आदेश से तंग आकर पिड़ित आमरण अनशन करने का बाध्य हो गया। वही पिड़ित वायुनन्दन ने आलाधिकारियों चेताते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द कार्य प्रारम्भ नही करवाया तो प्रार्थी आमरण अनशन को बाध्य होगा जिसकी सारी जिम्मेदारी मातहतों की होगी।