सकुर्लेटिंग एरिया में कार सवार कोमारपीट कर किया लहूलुहान -:मानवाधिकार न्यूज़

सकुर्लेटिंग एरिया में कार सवार को
मारपीट कर किया लहूलुहान
मानवाधिकार न्यूज़

डीडीयू नगर । स्थानीय रेलवे
स्टेशन के सकुर्लेटिंग एरिया में
रविवार की देर रात पिक एंड ड्राप
के दौरान पार्किंग शुल्क वसूली
करने वाले कर्मचारियों ने एक कार
सवार से अवैध तरीके से वसूली
करने लगे। जिसका विरोध करने
पर कार सवार को मारपीट कर
लहूलुहान कर दिया। मार-पीट की
घटना को लेकर सकुर्लेटिंग
परिसर में भगदड़ मच गई। घटना
की जानकारी होने जीआरपी मौके
पर पहुंच कर कार चालक का
मेडिकल कराया। पीड़ित की
तहरीर पर पुलिस ने तीन नाम जद
व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा
पंजीकृत कर आगे की कार्रवाई में
– जुट गई ।
सकुर्लेटिंग एरिया में रेल
प्रशासन ने कार पार्किंग का जगह
निर्धारित किया है। जिसे रेलवे ने
अलग अलग स्टैंडों को ठेका पर दे
रखा है। जहां वाहन खड़ा करने के
घायल कार सवार ।
पार्किंग शुल्क देना पड़ता है। स्टैंड
संचालक पार्किंग शुल्क वसूलने
के लिए अलग-अलग एक दर्जन
लोगों को लगा रखा है । जो स्टैंड
के साथ डीआरएम आफिस से
एसबीआई शाखा तक सड़क से
गुजर रहे कार सवार से भी
धनउगाही करते है ।
जबकि रेल प्रशासन पिक एंड
ड्राप के दौरान किसी प्रकार का
शुल्क नहीं लेने की मनाही किया
है । इसके बाद भी अवैध वसूली
बदस्तूर जारी है, जिससे आए दिन
मार-पीट की घटनाएं होती रहती
है । इसी क्रम में रविवार रात
अंबेडकर नगर के सिंगरौली
निवासी अभिनंदन तिवारी अपने
रिस्तेदार को डीडीयू स्टेशन परिसर
के सकुर्लेटिंग एरिया में छोड़कर
जाने लगा ।
इस दौरान पार्किंग शुल्क लेने
वाले कर्मचारी जबरिया पैसा मांगने
लगे। इसका विरोध करने पर
कर्मचारियों ने कार सवार को
दौड़ा-दौड़कर मारने पीटने लगे,
जिससे कार सवार का सिर फट
गया और खून बहने लगा । इस
बाबत जीआरपी प्रभारी निरीक्षक
सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि
कार सवार का मेडिकल कराकर
पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा
दर्ज करा दिया गया है। इसमें तीन
नामजद व दो अज्ञात लोग शामिल
हैं। मारपीट के मामले में दो
कर्मचारियों को गिरफ्तार किया
गया है। जबकि तीन अन्य लोगों
को शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा।

संवाददाता -: जयवीर गुप्ता

धनुष टूटने का दृश्य देख दर्शक हुए गदगद -शेरवां खखडा गांव में आयोजित श्री राम कथा केतिसरे दिन शुक्रवार की कथा वाचक पंडित मंगलम दीप महाराज कथा में बतलाया कि शिव धनुष टूटते ही चारों तरफ हर-हर महादेव व जय श्रीराम के नारे से पूरा पांडाल सहित गांव गुजायमान हो गया। इस दौरान राजा जनक के सीता स्वयंवर के लिये रखे गये शर्त को जब कोई राजा, देव-दानव-मानव पूरा नही कर पाए तब महाराज जनक निराश हो गये और उन्होने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि यदि मैं यह समझता कि यहां कोई भी वीर पुरूष नही सभी का-पुरूष ही का-पुरूष है। तो मैं अपनी बेटी के लिए एेंसा शर्त नही रखता। स्वयंर देखने के उद्देश्य से पहुचे लक्षमण तुरन्त ही उनको बातों से कुद्ध होकर कहे महाराज जनक रघुवंशियो के समक्ष इस तरह के शब्द बोलने का किसी को कोई अधिकार नही यह धनुष क्या चीज है अगर बड़े भैया का आदेश हो तो मैं पूरी पृथ्वी को गेद तरह उठाकर पटक कई टुकड़े कर दूं। जिस पर गुरू विश्वामित्र व प्रभुराम ने लक्षमण को समझाते हुए शान्त करवाया और महाराज जनक की निराशा को आशा में तब्दील करते हुए शुभ-मुहुर्त में विश्वामित्र के आदेशानुसार प्रभु श्रीराम ने धुनष पर तमंचा चढ़ाने गये और तमंचा चढ़ाते ही वह टूट गया। धनुष के टूटते ही चारो तरफ हर-हर महादेव, व जय श्रीराम के नारे से पूरा गांव सहित पंडाल गुजायमान हो गया। इस दौरान कथा में उपस्थित मंगल मिश्रा, सूर्य बली यादव, चंद्रभूषण त्रिपाठी, वशिष्ठ नरायण त्रिपाठी,बिशाल,मनोहर, अशोक मिश्रा, सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2024

पर्यावरण  बचाओ  मिलकर, मत कर तेरी मेरी।
वृक्ष लगा हरियाली लाओ, बिना किसी भी देरी।।
जग-प्रांगण में  वृक्ष लगाना, यह कर्तव्य  हमारा।
सुखमय जीवन हेतु सभीके,केवल प्रकृति सहारा।।