पीडीडीयू नगर स्थित जीटी गुरुद्वारा के बाहर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं चढदी कला कार सेवा संस्था द्वारा मेडिकल कैंप लगाया गया।

Report – Rahul Mehani

पीडीडीयू नगर स्थित जीटी गुरुद्वारा के बाहर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं चढदी कला कार सेवा संस्था द्वारा मेडिकल कैंप लगाया गया।
बताते चलें कि उक्त कैंप दुर्गा पूजा देखने आए दर्शनाथियों की सुरक्षा के लिए लगाया गया हैं जहां महिला पुरुष बच्चे सहित दर्शनार्थियों के लिए शीतल पेयजल के साथ ही फर्स्ट एड की व्यवस्था की गई है। कैंप में शाम से लेकर देर रात तक भक्तों की सुरक्षा हेतु हर वर्ष यह पुनीत कार्य संस्थाओं द्वारा किया जाता है।

दीनदयाल नगर: संघ की नगर इकाई द्वारा वन विहार कार्यक्रम सम्पन्न

???? स्थान: श्री महालक्ष्मी महरौड़ी देवी मंदिर, भुपौली
दिनांक: [6.7.2025]

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नगर इकाई दीनदयाल नगर द्वारा आज श्री महालक्ष्मी महरौड़ी देवी मंदिर, भुपौली के पावन प्रांगण में वन विहार कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शाखा का आयोजन, सामूहिक बौद्धिक, देशभक्ति गीत और सामूहिक भोजन की सुंदर व्यवस्था की गई थी।

कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयंसेवकों में प्रकृति से जुड़ाव, संगठनात्मक समरसता तथा सनातन परंपराओं की प्रेरणा को सजीव करना रहा।
इस पावन अवसर पर मुख्य अतिथि काशी विभाग सामाजिक सद्भाव प्रमुख अनिल जी ने अपने उद्बोधन में कहा:

> “इस दिव्य प्रांगण में कभी त्रिदंडी बाबा और अवधूत बाबा को ज्ञान प्राप्त हुआ था। आज संघ का वन विहार कार्यक्रम यहां आयोजित होना अपने आप में एक सौभाग्य की बात है। यह स्थान आध्यात्मिक चेतना और संघ की विचारधारा को जोड़ने का सशक्त माध्यम है।”



???? कार्यक्रम का समापन सह नगर कार्यवाह रोहित जी द्वारा किया गया।
???? कार्यक्रम संचालन एवं व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों में:

नगर संघचालक संजय जी

नगर प्रचारक अंकित जी

प्रचार विभाग से घनश्याम जी, रोहित जी, सुमित जी, मलय जी, बलराम जी

वरिष्ठ कार्यकर्ता रामधार चौहान जी एवं संजय रस्तोगी जी
आदि की विशेष उपस्थिति रही।


कार्यक्रम के माध्यम से स्वयंसेवकों ने न केवल राष्ट्रभक्ति का भाव जागृत किया, बल्कि समाज के प्रति उत्तरदायित्व का भी संकल्प दोहराया।

सीता हरण के दौरान जटायु व रावण का भंयकर युद्ध लीला का हुआ मंचनचहनियां चन्दौली। क्षेत्र स्थित कल्यानपुर सेवा समिति के तत्वाधान में चल रहे रामलीला मंचन के यह सातवें दिन रविवार रात में शुरुआत में प्रभु श्रीराम की आरती के साथ के साथ प्रारम्भ किया गया। रामलीला के सातवें दिन रावण ने माता सीता का हरण कर लिया और पुष्पक विमान से वह लंका ले जाने लगा। जिसपर माता सीता की करूण विलाप सुनकर गिद्धराज जटायु ने अपने मित्र की पुत्र बधु सीता को बचाने के लिए रावण से युद्ध करने लगा बड़ी भयंकर युद्ध हुआ रावण जटायु की मार को सहन न कर सका और क्रुद्ध होकर भगवान शिव द्वारा प्राप्त चन्द्रहासं खड्ग से जटायु पर वार कर दिया जिसमें जटायु का एक पंख कट गया लेकिन उसके बावजूद भी युद्ध नही थमा तब तक रावण ने दूसरा वार कर दिया। जिसमें जटायू का दूसरा पंख भी काट दिया जिससे आकाश से गिरकर जटायू गंभीर रूप से घायल हो गये। जब प्रभु श्रीराम व लक्षमण अपनी भार्या सीता को जंगल-वन-पहाड़ां से घुमते-घुमते रास्ते में गिरे जटायू से होती है तो जटायू ने पूरा वृतान्त प्रभु श्रीराम को सुनाया और अपना प्राण दिया। जिस पर प्रभु श्रीराम ने अपने पिता के मित्र की पुत्र बनकर अन्त्येष्टि कर सीता माता की खोज करने लगे। इस दौरान अवधेश चौबे व्यास, अरुण कुमार, जयप्रकाश चौबे, मारकंडे पांडे, अशोक कुमार, घनश्याम सिंह, शमशेर सिंह, अजय चौबे, मनोज चौबे, प्रमोद चौबे, राकेश चौबे, केसर यादव, बबलू यादव, अनुज चौबे, त्रिलोक, टुनटुन, हिमांशु, इत्यादि सैकड़ों कार्यकर्ता व भक्त उपस्थित थे।